साथियों मीडिया प्रपंच नामक ब्लॉग की शुरुआत हमारे द्वारा कर दी गई है ... इस बात के पक्के सबूत है कि हमारे इतिहास में प्रिंट और रेडियो मीडिया का योगदान अतुल्य रहा है ,लेकिन नए दौर में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के आगाज ने पत्रकारिता को टी आर पी पर निर्भर कर दिया है जो पत्रकारिता को शुद्ध व्यावसायिक घराने में तब्दील कर रही है .... यह तय है कि यू ही पत्रकारिता और पत्रकार मेमने की चाल चलते रहे तो वह दिन दूर नही जब यह व्यावसायिक घराने हमें भेडिया बनकर खा जायेंगे..... तो आईये इस नए ब्लॉग के द्बारा हम और आप अपने प्रपंचो से एक आवाज बुलंद करे ताकि पत्रकारिता और पत्रकार को सम्मान मिले .....और यह नई मीडिया आम जन की आवाज बन सके ............
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